इस टूर्नामेंट का आयोजन हर वर्ष मुंबई के दादर में स्थित न्यू हिंद स्पोर्टिंग क्लब की ओर से किया जाता है। |
कोली टाइम्स डेस्क
कल्पेश कोली मेमोरियल क्रिकेट टूर्नामेंट क्या है?
कल्पेश कोली मेमोरियल क्रिकेट टूर्नामेंट यानी केकेएमटी महाराष्ट्र का एक प्रतिष्ठित क्रिकेट टूर्नामेंट हैं, जिसमें 16 वर्ष तक के प्रतिभावान लड़कों को खेलने का अवसर मिलता है। इस टूर्नामेंट ने रोहित शर्मा, अजिंक्य रहाणे, अजित अगरकर, धवल कुलकर्णी, संजय बांगर, वसीम जाफर, रमेश पवार, अभिषेक नायर, धीरज जाधव, अमित पगनिस, किरण पोवार और अभिषेक सालवी जैसे तमाम सफल क्रिकेटर दिए हैं। इस टूर्नामेंट का आयोजन हर वर्ष मुंबई के दादर में स्थित न्यू हिंद स्पोर्टिंग क्लब की ओर से किया जाता है।
आज से करीब पांच दशक पहले मुंबई के उसी कोली परिवार में एक और क्रिकेटर का जन्म हुआ, जिसका नाम था कल्पेश कोली। कल्पेश कोली लेग स्पिनर गोविंद कोली का बेटा था। अपने पिता की तरह कल्पेश ने भी कम उम्र में ही लेग स्पिन और फील्डिंग में महारत हासिल कर ली थी। जिसकी बदौलत उसे मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन के सेलेक्टर्स ने “शटकर ट्रॉफी” के जरिये गुन्डप्पा विश्वनाथ क्रिकेट टूर्नामेंट अंडर फोर्टीन के लिए चुना था। उस टूर्नामेंट में कल्पेश ने काफी अच्छा प्रदर्शन किया और उसके मुंबई की जूनियर टीम में खेलने की संभावनाएं काफी बढ़ गई थीं। लेकिन अचानक हुए एक हादसे में ये नन्हा सूरज क्रिकेट की दुनिया में चमकने से पहले ही अस्त हो गया। महज 15 वर्ष की आयु में 12 अप्रैल 1989 को कल्पेश की असामयिक मृत्यु हो गई। लोनावला के पास करला की तीर्थयात्रा पर गया कल्पेश पानी में डूब गया। उसी की याद में साल 1991 में कल्पेश कोली मेमोरियल क्रिकेट टूर्नामेंट की शुरुआत की गई।
चूंकि उस समय स्पोर्ट्स कैंपों में खेलने वाले बच्चों के लिए कोई बड़ा प्लेटफॉर्म नहीं था, इसलिए स्कूली लड़के समर कैंप की टीमों के बीच दोस्ताना मैच खेलते थे और जिस दिन उनका मैच होता था, उस दिन वे अपने कैंप का प्रैक्टिस सेशन छोड़ देते थे। इस तरह समर वेकेशन क्रिकेट कैंप अच्छा आइडिया होने के बावजूद एक अव्यवस्थित और अनुशासनहीन व्यवस्था थी। शायद इसलिए दादर यूनियन स्पोर्टिंग क्लब से कुछ मीटर की दूरी पर स्थित न्यू हिंद स्पोर्टिंग क्लब के तत्कालीन सचिव नागेश ठाकुर कोचिंग कैंपों में खेलने वाले लड़कों के लिए एक टूर्नामेंट का सपना देख रहे थे। मास्टर कल्पेश कोली की अचानक मृत्यु के बाद नागेश ठाकुर ने क्रिकेट टूर्नामेंट के विचार को कल्पेश के पिता गोविंद कोली और उनके भाई गोपाल कोली व चंद्रकांत कोली के साथ साझा किया। उसके बाद न्यू हिंद स्पोर्टिंग क्लब की मैनेजिंग कमेटी की बैठक में उसके मास्टर प्लान पर चर्चा की गई और फिर उसे मंजूरी के लिए मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन को भेज दिया गया।
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गोपाल कोली के साथ सचिन तेंदुलकर |
इस टूर्नामेंट का मकसद कैंप सीजन के अंत में सभी कैंपों के खिलाड़ियों को एक साथ लाना था। साल 1991 में मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन की मैनेजिंग कमेटी ने इसके आयोजन के लिए न्यू हिंद स्पोर्टिंग क्लब को हरी झंडी दे दी। तभी से हर वर्ष इस टूर्नामेंट का आयोजन होता है और स्कूली पढ़ाई कर रहे प्रतिभाशाली लड़कों को इसमें अपना क्रिकेट कौशल दिखाने का अवसर मिलता है। इस टूर्नामेंट में विनिंग ट्रॉफी के अलावा मैन ऑफ द मैच, सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज, सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज, सर्वश्रेष्ठ विकेट कीपर, सर्वश्रेष्ठ कोच और सर्वश्रेष्ठ अंपायर के पुरस्कार दिए जाते हैं।