छत्तीसगढ़ की शिखा कोरी ने इस बड़ी उपलब्धि से रोशन किया अपने गांव का नाम

शिखा कोरी ने जेएनयू, नई दिल्ली से एमए, एमफिल और एचडी की डिग्री हासिल की हैl

छत्तीसगढ़
के पेंड्रा की प्रतिशाली युवती शिखा कोरी को जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के आठवें दीक्षांत समारोह में 6 फरवरी 2025 को पीएचडी की उपाधि प्रदान की गई। शिखा कोरी दक्षिण एशियाई अध्ययन विभाग, अंतरराष्ट्रीय संस्थान की शोधार्थी हैं। 

शिखा ने "इंपैक्ट ऑफ़ सोशियो रिलिजियस मूवमेंट्स ऑन कंटेम्पररी पॉलिटिक्स इन बांग्लादेश : 1991-2018" विषय पर अपना शोध प्रस्तुत किया है। दीक्षांत समारोह के मुख्य अतिथि इसरो पूर्व अध्यक्ष डॉ श्रीधर पणिक्कर सोमनाथ थे l

शिखा की प्राइमरी शिक्षा गांव के सरकारी स्कूल कन्या प्रायमरी स्कूल अमरपुर में हुई है। उन्होंने हायर सेकेंडरी की पढ़ाई जवाहर नवोदय विद्यालय मल्हार, बिलासपुर से की है। इसके बाद उन्होंने गुरु घासीदास विश्वविद्यालय, बिलासपुर से ग्रेजुएशन की। इसके बाद शिखा ने जेएनयू, नई दिल्ली से एम ए, एम फिल और एचडी की डिग्री हासिल कीl

इस दौरान वन सेमेस्टर फैलोशिप प्रोग्राम में सिचुआन यूनिवर्सिटी, चीन "बेल्ट एंड रोड इनीशिएटिव" के तहत फरवरी - जुलाई 2019 में उन्होंने चीन का दौरा किया। इंटरनेशनल फैलोशिप के बाद पीएचडी रिसर्च (फील्ड विज़िट) के लिए वह 2022 में बांग्लादेश भी गईंl 

शिखा कोरी के पिता मुकेश कुमार कोरी शिक्षक और मां भावना कोरी गृहिणी हैं। उन्होंने जेएनयू जैसी प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटी से पीएचडी डिग्री हासिल कर अपने माता- पिता का नाम रोशन किया है। 

उच्च शिक्षित शिखा कोरी ना सिर्फ अपने गांव के बच्चों के लिए प्रेरणास्रोत हैं, बल्कि उन्होंने अपने गुरुजनों, गांव एवं जिले का भी मान बढ़ाया है।